गुरुर व धमतरी के बाद अब गरियाबंद रेंज की ओर बढ़ा दंतैल हाथी
गुरुर व धमतरी के बाद अब गरियाबंद रेंज की ओर बढ़ा दंतैल हाथी

वनांचल क्षेत्रो में दंतैल हाथी से ग्रामीणों में दहशत

वनांचल क्षेत्रो में दंतैल हाथी से ग्रामीणों में दहशत वन विभाग के कर्मचारी लगातार ग्रामीणों को अलर्ट करते हुए हाथी के लोकेशन की निगरानी कर रहे हैं।

वनांचल क्षेत्रो में दंतैल हाथी से ग्रामीणों में दहशत

वनांचल क्षेत्रो में दंतैल हाथी से ग्रामीणों में दहशत

इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में धान की कटाई व मिंजाई का कार्य जोंरा से चल रहा है और ऐसे समय मेें जिले के वनांचल क्षेत्र में एक दंतैल हाथी की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत की स्थिति है जिसके कारण धान की कटाई प्रभावित हो सकता है। गत् दो दिन पूर्व एक दंतैल हाथी धमतरी कीक ओर से गुरुर ब्लाक कि वन परिक्षेत्र मैदानी भेजा पश्चात् बोरिदकला में के एक राईस मिल से सुबह जगतरा के मार्ग होते हुए जंगल की ओर जाते देखा गया है। वन विभाग के कर्मचारी लगातार ग्रामीणों को अलर्ट करते हुए हाथी के लोकेशन की निगरानी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि गत् एक माह पुर्व ही उक्त दंतैल हाथी धमतरी की ओर जाने के पश्चात् पुनः बालोद जिले के रुख किया है व यहां आने के बाद फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। वन विभाग के कर्मियों ने ग्राम जगतरा, सोंहतरा, बिच्छीबहरा, खैरडिही, धानापुरी, ओडे़नाडिह, डोकला आदि ग्रामों में ग्रामीणों का सचेत रहने जंगल में अकेले न जाने की सलाह दी है।
ज्ञात हो कि जिले में गत् तीन वर्षो से हाथियों की आदम से वनांचल क्षेत्रो में लोगो को काफी नुकसान पहुंचा है। छः लोगो की मौत के अलावा आर्थिक नुकसान होने से ग्रामीण काफी परेशान है। चंद हाथियों के दल के अलावा दंतैल हाथी अब तक 500 एकड़ से अधिक की फसल को नुकसान पहुंचा चुका है। वहीं वन विभाग द्वारा एक करोड़ 70 लाख रुपये से अधिक की क्षतिपूर्ति ग्रामीणों को वितरण किया जा चूका है। ज्ञात हो कि उक्त दंतैल हाथी के आतंक से परेशन ग्रामीण डरकर खेतों में धान कटाई कर रहे है क्योंकि धान की कटाई भी आवश्यक है। साल भर की मेहनत को संग्रहित करना भी ग्रामीणों की विवशता है। धान कटाई के दौरान ग्रामीण सावधानी भी बरत रहे है वहीं जिन क्षेत्रों में दंतैल हाथी की दशतक हो रही है। उन क्षेत्रों में ग्रामीण धान कटाई नहीं कर पर रहे है। व दंतैल हाथी के आगे बढ़ने पर धान कटार्ठ करेंगे। उक्त दंतैल हाथी ग्राम के आस-पास होने से रात्रि के समय कच्चे मकान में निवासरत लोगों को भय बना रहता है क्योंकि पूर्व में दंतैल हाथी कच्चे मकानों को भी क्षति पहुंचा चुका है।

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