हर तरफ झमाझम बारिश के बाद लोग अपने कृषि कार्यों में जुटे अक्सर खेतों में होती है रोपाई, पर जब सड़कें ही बन जाए खेत तो क्यों ना यहां भी कर ले खेती।
हर तरफ झमाझम बारिश के बाद लोग अपने कृषि कार्यों में जुटे
मानसून का मौसम है और हर तरफ झमाझम बारिश के बाद लोग अपने कृषि कार्यों में जुटे हुए हैं अक्सर आपने देखा होगा कि रोपाई का कार्य खेतों में किया जाता है परंतु हम एक आपको ऐसा प्रदर्शन दिखा रहे हैं जिसमें ग्राम वासियों ने धान के पौधे सड़क और गलियों में रोक दिए दरअसल उनका गुस्सा था कीचड़ भरी गलियों में चने की मजबूरी का और उन्होंने प्रशासन और पंचायत पर आरोप लगाया है कि वह उनकी समस्याओं को लेकर कभी शुद्ध नहीं लेते इन्होंने गांव की गलियों में ही धान के पौधे को रोक दिया अब इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
ग्राम मोहलाइ का मामला
दरअसल यह पूरा मामला ग्राम मोहलाई का है जिसके वीडियो ने सोशल मीडिया में धमाल मचाकर रखा हुआ है यहां पर ग्रामीण लड़कियां महिलाओं और पुरुष रोपा कार्य को अंजाम दे रहे हैं और पंचायत और प्रशासन के लिए अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। अब इसके बाद किसी ने सुध नहीं ली तो या लोकतंत्र के इस दौर में दुखद है
गांव के हिरवानी ने बताया कि सड़क में पानी और कीचड़ की वजह से उनके बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे है उन्होंने सरपंच से मांग किया कि अगर सड़क बनाना मुमकिन न हो तो फिलहाल बजरी या मुरुम डालकर ही कम से कम अस्थाई रूप से इस समस्या का निराकरण करें ताकि बच्चों को स्कूल जाने में कोई दिक्कत ना हो।
कई बार लगाई फरियाद
कई बार गांव के लोगों ने सड़क बनवाने के लिए सरपंच, सचिव, अधिकारी, विधायक जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन अब तक सड़क नहीं बन सकी. इससे परेशान गांव के लोगों ने इसी कीचड़ भरे रास्ते में धान का पौधा लगा दिया ग्रामीणों का कहना है कि सब जगह जाकर अर्जी लगा दिया पर सुनवाई तो नहीं हुई इसलिए पौधा लगाना हमने उचित समझा है।
क्या होती है रोपाई ?
धान की फसल लेने के लिए रोपी एक वह प्रक्रिया है जिसमें पहले से एक जगह को धान को लाकार उसे 20 से 25 दिन बाद सुरक्षित जगहों पर सीधे पौधे को लगाया जाता है इसमें खरपतवार काम होता है और धान की फसल भी अच्छी होती है यह विधि इन दिनों काफी प्रचलन में है और इस वायरल वीडियो के बाद तो रोपाई को लोग समझने भी लगे हैं।
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