चक्रवर्ती तूफान मिचोंग के असर से जिले में बूंदाबांदी व बारिश
चक्रवर्ती तूफान मिचोंग के असर से जिले में बूंदाबांदी व बारिश

चक्रवर्ती तूफान मिचोंग के असर से जिले में बूंदाबांदी व बारिश

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चक्रवर्ती तूफान मिचोंग के असर से जिले में बूंदाबांदी व बारिश धान खरीदी केंद्रो में धान खरीदी बंद रही वहीं आने वाले दो दिनों तक मौसम इसी तरह रहने की संभावना हैं

चक्रवर्ती तूफान मिचोंग के असर से जिले में बूंदाबांदी व बारिश

चक्रवर्ती तूफान मिचोंग के असर से जिले में भी बूंदाबांदी व बारिश से बड़ी ठंड में मौसम बारिश के मददेनजर जिले के धान खरीदी केंद्रो में मंगलवार को धान खरीदी बंद रही वहीं आने वाले दो दिनों तक मौसम इसी तरह रहने की संभावना को देखते हुए मंगलवार को संध्या समय हल्की बारिश से ठंड में बढ़ोतरी हुई मौसम साफ होने के बाद धान की खरीदी शुरू की जाएगी दूसरी ओर जिले में धान खरीदी धीमी गति से चल रही है किस प्रदेश में सरकार बनने का इंतजार कर रहे थे प्रदेश में भाजपा की सरकार बन रही है किसानों को सत्र 2016-17 एवं 2017-18 का बोनस मिलेगा कर्ज माफ नहीं होगा वही 21 क्विंटल प्रति एकड़ ₹3100 की दर से घोषणा के अनुसार खरीदी करने की आदेश का इंतजार था उल्लेखनीय है कि बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवर्ती तूफान मिचोंग का असर प्रदेश के साथ ही जिले में भी देखा जा रहा है सोमवार के काले बादल छाए हुए हैं वह मंगलवार को सुबह रिमझिम बारिश हुई साथ ही दिन भर बादल छाए रहे वह ठंडी हवा चलने के कारण लोग गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं मौसम विभाग के अनुसार जिले में बुधवार को भी बादल छाए रहे रहाणे वह कहीं-कहीं पर बारिश हो सकती है गुरुवार को मौसम साफ रहेगा ज्ञात होगी जिले में 4 दिसंबर की स्थिति में 43470 किसानों ने 15 लाख 96224.40 क्विंटल धान की खरीदी समर्थन मूल्य में की गई परिवहन के माध्यम से मिलरों द्वारा 544388 कुंटल धान का उठाव किया वर्तमान में 10 लाख 45 हजार 476 क्विंटल धान का उठाव किया जाना है मिलरों द्वारा धान का उठाव किया जा रहा है धान खरीदी बंद होने के दौरान बारिश के मध्य नजर लगभग सभी खरीदी केदो में धान के स्टॉक को डाल पट्टी या कैंप कर से ढक कर रखा गया है ताकि बारिश में धान भीगने ना पाए जानकारी के अनुसार सरकारी समितियां को खाद्य विभाग द्वारा निर्देशित किया गया है की मौसम खुलने पर ही धान खरीदी किया जाए साथ ही खरीदी केदो में रखे धान की बारिश से बचाने कैंप कर से ढक कर रखा जाए ज्ञात होगी वर्तमान समय में धान की कटाई भी चल रही है वह बारिश की संभावना को देखते हुए किसान चिंतित हैं अधिक बारिश होने से फसल नुकसान हो सकता है प्रधान बेचने में परेशानी होगी

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