स्टील बर्तन अभियान 05 हजार गांवों तक पहुंचा

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स्टील बर्तन अभियान 05 हजार गांवों तक पहुंचा बालोद शहर के साहू परिवार में स्टील बर्तन में खाने के साथ विवाह उत्सव हो रहा है।

स्टील बर्तन अभियान 05 हजार गांवों तक पहुंचा

धरती पर यदि सबसे बड़ी कोई समस्या है तो वह है कचरे की और वर्तमान समय में सिंगल यूज प्लास्टिक सबसे बड़ा कचरा बनता जा रहा है। शादी हो या अन्य कोई समारोह सिंगल यूज प्लास्टिक के कारण हर तरफ गंदगी नजर आती है मवेशी भी इसे खाकर बीमार पड़ जाते हैं। ऐसे में बालोद की रहने वाली श्रद्धा साहू ने पिछले 08 साल पहले बर्तन बैंक नई पहल की नीव रखी जहां पर उन्होंने सामाजिक आयोजनों में मुफ्त में स्टेनलेस स्टील के बर्तन देना शुरू किया। अब यह जागरूकता एक अभियान बनकर उभर कर सामने आया है। वहीं आज अक्षय तृतीया का पर्व है और इस पर्व में सबसे ज्यादा सात फेरे लिए जाते हैं। इस वैवाहिक आयोजनों में पहुंचकर श्रद्धा साहू स्टील बर्तन बैंक के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है और मुफ्त में उन्हें स्टील बर्तन भी उपलब्ध करा रही है जिसमें गिलास से लेकर थाली मौजूद है। पूरे बालोद जिले में 80 गांव, प्रदेश में 5 हजार गांवों तक यह अभियान पहुंच चुका है।

स्टील के बर्तन उपयोग किया जा रहा

बालोद शहर के साहू परिवार में जब विवाह उत्सव हो रहा है तो वहां पर सिंगल यूज प्लास्टिक के किसी भी तरह के कोई बर्तन नहीं नजर आए परंतु श्रद्धा साहू द्वारा इस मुहिम से जुड़कर उनके द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक को ना करते हुए स्टील के बर्तन उपयोग किया जा रहा है। व अन्य लोगों को भी स्टील बर्तन उपयोग के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। सोनबोईर परिवार के सदस्य भोलाराम साहू ने बताया कि हर तरफ कचरा ही कचरा दिखता है और सबसे ज्यादा कचरा सिंगल उसे प्लास्टिक का तो एक छोटी सी शुरुआत सामाजिक आयोजनों के माध्यम से की जा रही है और इस मुहिम को वैश्विक अभियान के रूप में संचालित किया जाना चाहिए। वहीं शिक्षिका चेतना साहू ने बताया कि यह एक पल है प्लास्टिक के सिंगल उसे बर्तन को निकालने का और हमें काफी खुशी हो रही है कि हमारे घर के इस आयोजन में सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह दूर रखा गया है।

गौवंश की सुरक्षा भी हम सब की जिम्मेदारी

श्रीमती वर्षा ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक को सभी जगह पर बंद किया जाना चाहिए यह पहला हम सामाजिक आयोजन से शुरू कर रहे हैं परंतु हर दुकान हर जगह सिंगल उसे प्लास्टिक का जहां उपयोग होता है उन जगहों पर इस तरह के शुरुआत की आवश्यकता है, ताकि हम इस धरती को बचा कर रख सके उन्होंने बताया कि आज मवेशी भी सिंगल यूज प्लास्टिक को ढूंढ ढूंढ कर खाते हैं और वह बीमार पड़ते हैं इंसान के साथ-साथ गौवंश की सुरक्षा भी हम सब की जिम्मेदारी है इसलिए सिंगल उसे प्लास्टिक को बंद करना चाहिए।

एक छोटी पहल बनी आज जन अभियान

समाज सेवी श्रद्धा साहू ने बताया कि एक छोटी सी शुरुआत आज जन अभियान बनकर सामने आ रही है, 08 साल पहले हमने एक अभियान की शुरुआत की थी वह भी एक छोटे से जगह उमरपोटी से आज गांव गांव स्टील बर्तन बैंक की स्थापना हमने की है, और वहां पर शिक्षा से लोग बर्तन भी दान कर रहे हैं, ऐसे में हमारा प्रयास अब रंग लाने लगा है उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश के 10 जिलों में हम इस अभियान की शुरुआत कर चुके हैं लगभग 5000 गांव इससे प्रभावित हुए हैं बालोद जिले की बात करें तो यहां पर 80 गांव में हम स्टील बर्तन बैंक से भोजन करने को लेकर प्रोत्साहित कर चुके हैं।

सिंगल यूज प्लास्टिक को जलाने से वायु प्रदूषण

तरुण साहू ने बताया कि हम छोटी सी सहूलियत के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करते हैं, परंतु यह धीरे-धीरे हमारे लिए अभिशाप बनती जा रही है जहां देखो प्लास्टिक की नजर आता है और इसे जलाने से वायु प्रदूषण होता है। इस धरती ने हमें सब कुछ दिया है तो अब समय है कि हम भी इस धरती को अपना सर्वस्व लौटाए, छोटी-छोटी पहल करके हम पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक कर सकते हैं।

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